
👉 चार दिन का मासूम मौत की गोद में समा गया, परिवार पर टूटा कहर
हल्द्वानी में नहर में कार गिरने से 4 की मौत, 3 गंभीर घायल | हादसे से पहले भी हो चुकी है जानलेवा घटना | प्रशासन की लापरवाही फिर उजागर
जनता का सवाल: प्रशासन और कितनी मौतों के बाद जागेगा?
हल्द्वानी, 25 जून 2025
हल्द्वानी शहर के फायर ब्रिगेड कार्यालय के पीछे आज सुबह एक बेहद दर्दनाक हादसा हो गया। किच्छा से आए एक परिवार की कार नहर में गिर गई, जिससे चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में चार दिन का नवजात बच्चा भी काल के गाल में समा गया।
परिवार डिलीवरी के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल से डिस्चार्ज होकर किच्छा लौट रहा था, लेकिन बारिश के कारण सड़क पर बने गड्ढे की वजह से कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी।

मृतकों की सूची (Death):
- श्रीमती रोशिया (32 वर्ष)
- श्रीमती कमला देवी (50 वर्ष)
- श्रीमती नितु (36 वर्ष)
- बेबी आफ रजा (4 दिन की नवजात बच्ची)
घायलों की सूची (Injured):
- श्रीमती रजा (27 वर्ष)
- श्री व्यालाल (45 वर्ष)
- श्री खु. रेशमा (38 वर्ष)
स्थानीय लोगों ने बताया कि इसी नहर में पहले भी कई हादसे हो चुका है, जिसमें एक तो बिंदुखत्ता के दो लोग मोटरसाइकिल सहित नाले में गिर गए थे, और एक की मौके पर ही मौत हो गई थी। बावजूद इसके, आज तक नहर के किनारे न तो बैरिकेड्स लगाए गए, न ही मिरर /शीशा या चेतावनी बोर्ड।

प्रशासन की यह लापरवाही अब लोगों की जान पर भारी पड़ रही है।
क्या किसी वीआईपी के हादसे का इंतजार है, तब जाकर सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे?
नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने हादसे पर गहरा दुःख जताया और ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति व परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर सतर्क है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम जनित घटनाएं कभी-कभी अप्रत्याशित होती हैं।

चार दिन का वह नन्हा जीवन जिसने अभी सांसें भरना शुरू ही किया था, वह अब कभी अपने घर नहीं पहुंच पाएगा। यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही से हुई एक निर्दोष की बलि है।
