यूपीएमएएस अबेकस परीक्षा में 750 छात्रों ने दिखाई प्रतिभा

Spread the love

■ नारायण सिंह रावत रुद्रपुर। यूसीएमएएस अबेकस एजुकेशन द्वारा 14वीं उत्तराखंड राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 16 जुलाई को द्वारका फार्म हाउस रुद्रपुर में किया गया।प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से 750 से अधिक छात्रों ने भाग लिया था और ट्रॉफियां जीतीं।

यूसीएमएएस सितारगंज के निदेशक हर्षित पांडे एवं दीपाली पांडे ने बताया कि यूसीएमएएस अबेकस एजुकेशन से सीखे गए अपने अद्भुत सुपर-फास्ट गणना कौशल के साथ प्रतिभागियों ने केवल 8 मिनट में 200 गणित के प्रश्न हल किए।यूसीएमएएस सितारगंज के छात्रों ने अपने असाधारण प्रदर्शन से सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।आराध्या गंगवार ने लेवल 7 व 8 में मॉड्यूल चैंपियन ट्रॉफी जीती। प्रिंसी अग्रवाल, मुदित राठी, वेदांश असवाल और तमन्ना सिंघल ने अपने-अपने वर्ग में चैंपियन ट्रॉफी जीती।खुशदीप कौर, पावनी सलूजा, अंशिका राज गौतम और विक्रांत सिंह ने प्रथम रनर-अप ट्रॉफी प्राप्त की।प्रभजोत कौर, अर्पित यदुवंशी ने अपनी-अपनी श्रेणियों में द्वितीय रनर अप ट्रॉफी प्राप्त की।जसराज सिंह, मुकुल गहतोरी, रुद्राक्ष सनवाल, सात्विक रावत और प्रभलीन कौर ने क्रमशः तीसरे रनर अप और चौथे रनर अप की ट्रॉफी जीती।

हरनाज़ कौर, हरलीन कौर, एकमजीत कौर, सूरज बोरा 5वें रनर अप रहे।यूसीएमएएस सितारगंज के छात्रों के प्रदर्शन की सभी ने सराहना की।यूसीएमएएस विश्व का सबसे बड़ा अबेकस कार्यक्रम है।मास्टर मुकुल गहतोडी ने 8-स्तरीय अबेकस कार्यक्रम को पूरा किया था और स्नातक ट्रॉफी जीती थी।यूसीएमएएस अबेकस एजुकेशन होल ब्रेन डेवलपमेंट प्रोग्राम की ऐसी तकनीक का उपयोग करता है जो गणित सीखना आसान और आनंददायक बनाती हैं।अबेकस का उपयोग करके इन तकनीकों में महारत हासिल करके, छात्र चित्रों में सोचने की क्षमता विकसित करते हैं और मानसिक रूप से बड़ी गणनाओं को जल्दी से करना सीखते हैं।समय के साथ, हमारे छात्रों को एक ऐसा विषय पसंद आने लगता है।आश्चर्यजनक गणना गति प्राप्त करना वास्तव में “मस्तिष्क की फिटनेस” को बढ़ाने का अंतिम परिणाम है।यूसीएमएएस अबेकस एजुकेशन उत्तराखंड के निदेशक धर्मेंद्र सिंह तोमर ने 14वीं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं को ट्रॉफी दी।

  • Related Posts

    बेजुबानों के मसीहा: गौरी केयर सोसाइटी के दो गुमनाम सेवकों की करुणा से उपजा आश्रय, जहाँ जख्मी जीवों को मिलता है जीवनदान

    Spread the love

    Spread the love बेजुबानों के मसीहा: गौरी केयर सोसाइटी के दो गुमनाम सेवकों की करुणा से उपजा आश्रय, जहाँ जख्मी जीवों को मिलता है जीवनदान जहाँ लोग जमीन के लिए…

    हर युद्ध का विरोध करें: जलता है इंसान, राख होती है इंसानियत

    Spread the love

    Spread the love हिरोशिमा से गाजा तक: क्या हमने कुछ नहीं सीखा? हर युद्ध का विरोध करें: जलता है इंसान, राख होती है इंसानियत आज जब दुनिया के कई कोनों…

    Leave a Reply