बच्चों ने सीखी कविता लेखन की बारीकियां। हल्द्वानी किताब कौतिक की शुरुआत की प्रथम बेला बच्चों के साथ संवाद।

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हल्द्वानी बाल लेखन कार्यशाला : बच्चों ने सीखी कविता लेखन की बारीकियां हल्द्वानी।

अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी,भारत ज्ञान विज्ञान समिति नैनीताल तथा हल्द्वानी किताब कौतिक आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में एच एन इंटर कॉलेज में आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि एम बी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो प्रभा पंत ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने में गैर शैक्षणिक गतिविधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि मोबाइल के आज के दौर में बच्चों को रचनात्मक गतिविधि से जोड़ना चुनौती भरा कार्य है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पठन पाठन की संस्कृति से जोड़ने के लिए अभिभावक बतौर हम सभी की स्वयं में पढ़ने की आदत विकसित करनी होगी।

एच एन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य भगवान सिंह सामंत ने कहा कि बच्चे बहुत कुछ जानते हैं। उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने व अभिव्यक्ति का अवसर देने के लिए यह कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी। कार्यशाला में सभी का स्वागत करते हुए कार्यशाला के मुख्य संयोजक बालप्रहरी पत्रिका के संपादक तथा बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा के सचिव उदय किरौला ने बताया कि बच्चों को अभिव्यक्ति का अवसर देने तथा उनके मन से झिझक दूर करने के लिए आयोजित इस कार्यशाला के अंतिम दिन तक प्रत्येक बच्चा कुछ न कुछ अभिव्यक्ति मंच से दे ऐसा प्रयास रहता है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के समापन अवसर पर प्रत्येक बच्चे की अपनी एक हस्तलिखित पुस्तक होगी। बाल कवि सम्मेलन, नुक्कड़ नाटक, समूह गीत आदि बच्चे प्रस्तुत करेंगे। वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन रौतेला ने बच्चों से कहा कि उन्हें इस लेखन कार्यशाला से अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति को निखारने का अवसर मिलेगा।

कार्यशाला के प्रथम दिन कविता सत्र में सबसे पहले बच्चों से अपनी पाठ्य पुस्तक की कविताएं सुनाने को कहा गया। उसके बाद बच्चों से पूछा गया कि इसे कविता क्यों कहा जाता है। बच्चों ने बताया कि इन कविताओं में तुक, लय, भाव तथा शीर्षक होता है। कविता सत्र की संदर्भदाता विमला जोशी, विभा व इंद्रा तिवारी “इंदु” ने कविता लेखन की बारीकियां बताते हुए अपनी कविताएं बच्चों को सुनाई।

रविवार को प्रारंभ में कार्यशाला की शुरूआत ‘ज्ञान का दीया जलाने’ समूह गीत से हुई। बच्चों का अध्यक्ष मंडल बनाया गया। जिसमें हर्षिता रौतेला, अरसान अंसारी, रुचि मौर्य, डौली बोरा, मैत्री जोशी, प्रियव्रत उपाध्याय को शामिल किया गया। आज संपन्न विभिन्न प्रतियोगिता में नंदन भट्ट, अनिकेत पाल, प्रियांशु लोशाली, राशि नेगी को पुरस्कार में श्याम पलट पांडेय के सौजन्य से बाल साहित्य उपहार में दिया गया।

दीया ने बच्चों को विभिन्न खेल गतिविधियां कराई। आज बच्चों को ‘तोता कहता है’, ‘जैसा मैं कहूं’ तथा ‘कितना बड़ा पहाड़’ आदि खेल कराए गए। बच्चों ने हस्तलिखित पुस्तक के लिए मेरा परिचय, मेरा स्कूल तथा कविता व ड्राइंग तैयार की। भारत ज्ञान विज्ञान समिति की राज्य सचिव विमला जोशी ‘विभा’ ने बच्चों को वैज्ञानिक सोच आधारित गतिविधियां कराई।

इस अवसर पर डॉ. दिनेश कर्नाटक, किताब कौथिग के आयोजक हेम पंत, दयाल पान्डे, एन सी पंत, हरीश चंद्र जोशी, सतीश सुयाल, मीना अरोड़ा, बीना फुलेरा, अमृता पान्डे, मंजूला डालाकोटी, अंशिका अरोड़ा, नरेन्द्र बंगारी आदि उपस्थित थे। हरगोविन्द सुयाल इंटर कॉलेज, राजकीय जूनियर हाई स्कूल, मुखानी, जीजीआईसी धौलाखेड़ा, शिशु भारती विद्या मन्दिर इंटर कॉलेज, एचएन इंटर कॉलेज, सैमफोर्ट सीनियर सैंकैंडरी स्कूल हल्दूचौड़ के 100 से अधिक बच्चे कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। कार्यशाला 8 फरवरी तक प्रतिदिन सुबह 9.30 बजे से सायं 3.30 बजे तक चलेगी। ***

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