
मुख्यमंत्री के निर्देश पर 100 वर्ग गज से कम क्षेत्रफल वाले भूखंडों की जांच – चार टीमों ने किया व्यापक सत्यापन
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुपालन में 100 वर्ग गज से कम क्षेत्रफल वाले भूखंडों/प्लॉटों की रजिस्ट्री और निर्माण कार्यों की जांच हेतु जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय हल्द्वानी द्वारा रविवार, 4 मई को चार टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने हल्द्वानी, नैनीताल, भवाली और रामनगर क्षेत्रों में सर्वेक्षण और सत्यापन की कार्यवाही की।
हल्द्वानी क्षेत्र:
सिटी मजिस्ट्रेट ए.पी. बाजपेयी के नेतृत्व में टीम ने ग्राम देवला तल्ला पंजाया, गौलापार में 16 प्लॉटों की जांच की। इनमें से 10 प्लॉट धारकों ने रजिस्ट्री बैनामा की प्रति उपलब्ध नहीं कराई, जबकि 6 ने केवल मौखिक रूप से स्टाम्प पेपर में क्रय का दावा किया, परंतु न कोई दस्तावेज प्रस्तुत किया गया और न ही भवन मानचित्र की स्वीकृति की प्रति उपलब्ध कराई गई।
इसके अतिरिक्त ग्राम गौजाजाली उत्तर बरेली रोड क्षेत्र में 20 प्लॉटों का सत्यापन किया गया। इसमें 11 लोगों के पास मानचित्र की स्वीकृति नहीं थी, जबकि 9 अन्य लोगों द्वारा सैट बैक और मार्गाधिकार नियमों का उल्लंघन कर निर्माण कार्य किया गया।
रामनगर क्षेत्र:
तीसरी टीम ने पूछड़ी रामनगर में 20 भूखंडों की जांच की, जिनमें से 7 लोगों ने रजिस्ट्री व बैनामा दिखाया, जबकि 13 लोग दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहे। सभी ने भवन मानचित्र की प्रति भी नहीं दिखाई।
नैनीताल और भवाली क्षेत्र:
सचिव, जिला विकास प्राधिकरण विजय नाथ शुक्ल के नेतृत्व में चौथी टीम द्वारा नैनीताल के बूचड़खाना क्षेत्र में 29 और भवाली में 18 प्लॉटों का सत्यापन किया गया। सभी मामलों में भवन नक्शा उपलब्ध नहीं कराया गया।
सचिव, जिला विकास प्राधिकरण ने जानकारी दी कि
इस व्यापक जांच अभियान के उपरांत उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन तथा विकास अधिनियम और उत्तराखंड भवन उपविधियों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
इस अभियान में राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।