
राजेश शुक्ला का कांग्रेस पर तीखा प्रहार – “विकास नहीं, सिर्फ वोट चाहिए कांग्रेस को”
सिरौली कला/किच्छा।
सिरौली कला को नगर पालिका का दर्जा दिए जाने को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस मुस्लिम समाज के विकास से नहीं, सिर्फ उनके वोटों से मतलब रखती है।

वार्ड-18 चार बीघा क्षेत्र में आयोजित जनसभा में बोलते हुए शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस लगातार सिरौली कला को नगर पालिका बनने से रोकने की साजिश कर रही है। उन्होंने चुनौती दी कि कांग्रेस के नेता सामने आकर जनता को बताएं कि इस फैसले से क्या नुकसान है।
शुक्ला ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे क्षेत्रवासियों को प्रशासनिक, आर्थिक और बुनियादी सुविधाएं सीधे तौर पर मिलेंगी। उन्होंने 2017 की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा और याद दिलाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटर कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, जो आज तक अधूरी है।
पूर्व विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने सिरौली कला को किच्छा नगर पालिका में शामिल किया था, तब कांग्रेस शासित पालिका अध्यक्ष ने जानबूझकर इस क्षेत्र की उपेक्षा की। बाद में उनके प्रयासों से इसे नगर पंचायत का दर्जा मिला, लेकिन कांग्रेस ने कोर्ट में याचिका डालकर फिर से रोड़ा अटकाया।
“अब जब मुख्यमंत्री ने इसे स्वतंत्र नगर पालिका का दर्जा दिया है, तो कांग्रेस एक बार फिर कोर्ट का सहारा ले रही है। यह साफ संकेत है कि कांग्रेस सिरौली कला की तरक्की नहीं चाहती,” – शुक्ला ने कहा।
कार्यक्रम संयोजक हाजी लईक ने कहा कि पूर्व विधायक ने सिरौली कला में नहर कवरिंग और सड़क निर्माण जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं स्वीकृत कराईं, जिन पर कार्य प्रारंभ हो चुका है।
पूर्व जिला अध्यक्ष गफ्फार खान ने कहा कि 2022 में मुस्लिम समाज के कुछ वर्गों को गुमराह कर शुक्ला के खिलाफ खड़ा किया गया। “हमें बताया गया कि वह मुस्लिम विरोधी हैं, लेकिन अब सच सबके सामने है – उन्होंने हमेशा सबके लिए काम किया।”
पूर्व अल्पसंख्यक मोर्चा मंडल महामंत्री सैयद इकराम मियां ने पूर्व विधायक की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में एम्स, डिग्री कॉलेज, एसडीएम कोर्ट, बिजली विभाग, बस अड्डा जैसी योजनाएं क्षेत्र में आईं। “हारने के बाद भी कोई नेता जनता को नगर पालिका का तोहफा दे रहा है, तो वह सच्चा जनसेवक है।”
जनसभा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में हारून मलिक, इसराईल, खुर्शीद खान, सलमान, तस्लीम कुरैशी, शाहिद कुरेशी, शमशाद कुरैशी, हाजी ताहिर मलिक, हाजी जाहिद कुरैशी, वाहिद पहलवान, एस अल्वी क्रांति, सद्दाम, भूरा, हाजी वफाटी, दानिश राजा, बाबू खान, अतीक अहमद, रफत मियां, अकरम खान, याकूब अहमद, रुखसार मियां, हाजी सकुर अहमद, मुजीब खान, हबीब अहमद, राशिद खान, अली बहादुर, सरफराज अली सहित हजारों लोगों ने सहभागिता की।