

समाजसेवी हेमंत गोनिया की मेहनत लाई रंग, 20 वर्षों से लंबित कार्य हुआ पूर्ण
स्थानीय लोगों ने दी शुभकामनाएं, स्कूल के बच्चों को मिली राहत
भीमताल (नैनीताल):
भीमताल ब्लॉक की ग्राम सभा ओखलढूगा स्थित हाईस्कूल विद्यालय के पास हेड़ाखान मेन रोड पर वर्षों से क्षतिग्रस्त और खतरनाक स्थिति में पड़ा कलमठ आखिरकार अब समाजसेवी हेमंत गोनिया की सतत मेहनत और जनहित की सोच के चलते सुरक्षित और मजबूत बन चुका है।

यह कलमठ वर्षों से जर्जर स्थिति में था। इसकी चौड़ाई बेहद कम थी, जिससे दो वाहन पास होने पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी। साथ ही बरसात के समय इस नाले से निकलने वाला गंदा पानी और कूड़ा-कचरा सीधे हाईस्कूल गेट के पास बहता था, जिससे स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को फिसलने और चोट लगने का खतरा बना रहता था।

समाजसेवी हेमंत गोनिया ने जब यह समस्या देखी, तो उन्होंने तत्काल सीएम हेल्पलाइन और लोक निर्माण विभाग नैनीताल को लिखित रूप से शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने अधिशासी अभियंता से वार्तालाप की और कार्य को तत्काल शुरू करवाने की पहल की। उनकी पहल रंग लाई और विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए इस कलमठ की मरम्मत का कार्य पूरा किया।
अब इस कलमठ की दीवारें और छत को नया रूप दिया गया है। नाले पर मजबूत जाल और छत डाल दी गई है, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। स्कूल गेट के पास विशेष रूप से मजबूत पाइप और जाली की व्यवस्था की गई है, ताकि बरसाती पानी के बहाव से बच्चों को कोई नुकसान न हो।

विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रतन सिंह खम्पा, समस्त विद्यालय परिवार एवं स्थानीय लोग—हीरा सिंह संभल, ललित मोहन संभल, लक्ष्मण सिंह संभल, प्रेमा देवी, कैलाश संभल, महेश संभल, भवन लाला, चिराग बोरा, मयंक बोरा, बलम संभल, शोभन संभल, पूरन चंबल, बु गोधन संभल, चंदन संभल—सभी ने समाजसेवी हेमंत गोनिया को ढेरों बधाइयाँ दी हैं और उनके इस सराहनीय प्रयास के लिए धन्यवाद भी दिया है।

स्थानीय निवासी हीरा संभल के अनुसार, यह मामला उन्होंने वर्षों पहले संबंधित अधिकारियों को बताया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंततः जब उन्होंने हेमंत गोनिया से मदद मांगी, तो उन्होंने त्वरित कदम उठाया और अधिकारियों को अवगत कराते हुए कार्य को करवाकर दम लिया।
हेमंत गोनिया ने कहा, “जनहित के हर कार्य के लिए हम सदैव तत्पर हैं। जब तक कार्य पूर्ण नहीं हो जाता, तब तक चैन से बैठना नहीं आता।”
इस प्रकरण की जानकारी नैनीताल सांसद श्री अजय भट्ट को भी दी गई थी, जिन्होंने विभागीय अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए थे।