पौराणिक कथाएँ, विज्ञान और प्रौद्योगिकी: हमारी सभ्यता का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

Spread the love

डॉ.भारत पाण्डे असिस्टेंट प्रोफेसर रसायन विज्ञान विभाग सरदार भगत सिंह गवर्नमेंट पी.जी. कॉलेज,रूद्रपुर

पौराणिक कथाएँ, विज्ञान और प्रौद्योगिकी: एक संगम पौराणिक कथाएँ हमारे सभ्यता का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो हमें हमारे अतीत का ज्ञान देती हैं। ये कथाएँ हमारे जीवन को धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखने का अवसर प्रदान करती हैं। हालांकि, क्या हम ये सोचते हैं कि इन पौराणिक कथाओं के पीछे एक वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी की विज्ञान हो सकती हैं?

देवी-देवताओं की युद्ध कथाओं में जब इंद्र ने वृत्रासुर का वध किया, तो इसे एक आंतरिक विज्ञान की उदाहरण के रूप में भी देखा जा सकता हैं। वृत्रासुर को सम्राट बनाने के लिए उसने अपनी जीभ को प्रयोगशाला में विशेष तरीके से बदल दिया था। इसे विज्ञान द्वारा उत्पन्न की गई बायोटेक्नोलॉजी का प्रतीक माना जा सकता हैं। इसके अलावा, पौराणिक कथाओं में दिखाई गई देवी-देवताओं की विज्ञानिक और प्रौद्योगिकी सम्बंधित कार्यविधियाँ और उदाहरण देती हैं जैसे कि लक्ष्मीजी का वरदान। लक्ष्मीजी के वरदान के बारे में कहा जाता हैं कि वे धन, सम्पत्ति और सौभाग्य की देवी हैं। धन और सम्पत्ति के विज्ञानिक और प्रौद्योगिकी संबंधित तत्वों को ध्यान में रखते हुए, हम देख सकते हैं कि धन की वृद्धि के लिए वित्तीय प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाता हैं। इसी तरह, सौभाग्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नवीनतम उपकरणों का उपयोग किया जा सकता हैं।

यहां तक कि रामायण और महाभारत जैसे पौराणिक ग्रंथों में भी उपयोगिता का वर्णन किया गया हैं। एक उदाहरण के रूप में, रामायण में हनुमानजी की शक्तिशाली वानर सेना के बारे में चर्चा की गई हैं। यह उदाहरण भूतपूर्व प्राणियों और उनकी विज्ञानिक और प्रौद्योगिकी संबंधित क्षमताओं के बारे में हमें सोचने पर मजबूर करता हैं।

इस तरह, पौराणिक कथाओं में व्यक्त किए गए विभिन्न उदाहरण जैसे कि सभ्यता के विकास के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं। उदाहरण के लिए, आधुनिक दुनिया में हम देख सकते हैं कि विज्ञान और तकनीक ने संचार, यातायात और अवधारणा को बदल दिया हैं। आज के समय में, हम अपने मोबाइल फोन के माध्यम से दूसरे लोगों से अपनी बात कर सकते हैं और दूरस्थ स्थानों में बैठे हुए लोगों के साथ वीडियो कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने मेडिकल साइंस, संगणक विज्ञान, जीवन विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में भी बहुत से आविष्कार किए हैं जो हमारे जीवन को सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने में मदद करते हैं।

इस तरह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी हमारी सभ्यता के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और हमें नई संभावनाओं को खोजने और इन उपकरणों का सदुपयोग करने की संभावना प्रदान करते हैं।

  • Related Posts

    उत्तराखण्ड को आपदा राहत के लिए ₹5702.15 करोड़ के विशेष पैकेज का प्रस्ताव

    Spread the love

    Spread the love उत्तराखण्ड को आपदा राहत के लिए ₹5702.15 करोड़ के विशेष पैकेज का प्रस्ताव देहरादून। उत्तराखण्ड सरकार ने इस साल मानसून के दौरान हुए भीषण नुकसान की भरपाई…

    रामबाग गौलापार में दुग्ध उत्पादकों की बड़ी बैठक, 80,600 की प्रोत्साहन राशि वितरित

    Spread the love

    Spread the love नैनीताल दुग्ध उत्पादक संघ द्वारा स्वच्छ दुग्ध उत्पादन गोष्ठी एवं गुड हाईजिनिक मैन्युफैक्चरिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन रामबाग गौलापार के शिव पार्वती वेंकट हॉल में किया गया।…

    Leave a Reply