
बिग ब्रेकिंग देहरादून: हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक के बावजूद केदारनाथ पहुंचे हेमंत द्विवेदी, यूकाडा ने शुरू की जांच
देहरादून/केदारनाथ।
उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों की निगरानी करने वाली बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी विवादों में घिर गए हैं। सावन के पहले सोमवार, 14 जुलाई को हेलीकॉप्टर सेवा पर प्रतिबंध होने के बावजूद वह हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे, जिससे नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आईं।
सूत्रों के मुताबिक, केदारनाथ में वर्तमान में खराब मौसम और हालिया हादसों को देखते हुए हेलीकॉप्टर सेवाओं पर रोक लगाई गई है। इसके बावजूद हेमंत द्विवेदी कुछ उद्योगपतियों के साथ केदारनाथ पहुंचे, और वहां से सोशल मीडिया के जरिए अपनी उपस्थिति की जानकारी भी साझा की।
मामले ने तूल पकड़ते ही उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) ने इस पर जांच के आदेश दे दिए हैं। हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली हेरिटेज एविएशन कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर 24 घंटे से केदारनाथ में ही रुका हुआ है, जिसे खराब मौसम के कारण वहाँ रोका गया है।
यूकाडा की जांच अब इस बात पर केंद्रित है कि क्या नियमों को दरकिनार कर विशेष अनुमति के तहत उड़ान भरी गई थी या यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन था।
इस पूरे घटनाक्रम पर जब हेमंत द्विवेदी से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने खुद पर लगे आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए पूरी जिम्मेदारी एविएशन कंपनी पर डाल दी।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में केदारनाथ क्षेत्र में हुए हेलीकॉप्टर हादसों के बाद सरकार ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से हेलीकॉप्टर सेवाओं पर अस्थाई प्रतिबंध लगा दिया था। ऐसे में यह उड़ान प्रशासनिक नियमों की अनदेखी मानी जा रही है।
अब देखना यह है कि यूकाडा की जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं, और क्या किसी प्रशासनिक कार्रवाई की ज़रूरत महसूस की जाएगी।