मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया “उच्च शिक्षा में छात्र कल्याण” विषयक पुस्तक का लोकार्पण

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया “उच्च शिक्षा में छात्र कल्याण” विषयक पुस्तक का लोकार्पण
छात्र हितों पर केंद्रित पुस्तक को बताया शिक्षकों और नीति निर्माताओं के लिए मार्गदर्शिका

देहरादून।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को गढ़ी कैंट स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में “उच्च शिक्षा में छात्र कल्याण: एक साझा उत्तरदायित्व” पुस्तक का औपचारिक लोकार्पण किया। इस अवसर पर राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने पुस्तक को मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक समावेशन, तनाव प्रबंधन और समग्र छात्र विकास के लिए एक उपयोगी दस्तावेज बताया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक न केवल छात्रों के लिए, बल्कि शिक्षकों, अभिभावकों और नीति निर्माताओं के लिए भी प्रेरणादायक सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर के शैक्षणिक संस्थानों से इस पुस्तक के विचारों को आत्मसात कर सकारात्मक एवं आत्मबल सम्पन्न समाज के निर्माण में योगदान देने की अपील की।

तीन लेखकों के संयुक्त प्रयास से तैयार इस पुस्तक के लेखक हैं –
प्रो. कमल के. पांडे, निदेशक, उच्च शिक्षा उत्तराखंड;
प्रो. लता पांडे, विभागाध्यक्ष, गृह विज्ञान विभाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल;
तथा डॉ. रामानंद, निदेशक, नीति अनुसंधान एवं शासन केंद्र (CPRG)।

लोकार्पण अवसर पर प्रो. कमल के. पांडे ने कहा कि यह पुस्तक शिक्षकों, नीति निर्माताओं और अभिभावकों के साझा उत्तरदायित्व की भावना को मजबूती देती है। प्रो. लता पांडे ने इसे छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य, पोषण और सुरक्षित वातावरण से जोड़ते हुए विशेष रूप से उपयोगी बताया। वहीं डॉ. रामानंद ने कहा कि पुस्तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप छात्र-केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देने वाली एक व्यावहारिक मार्गदर्शिका है।

पुस्तक का प्रकाशन आदर्श पब्लिशर एंड डिस्ट्रीब्यूटर, दिल्ली-एनसीआर द्वारा किया गया है, जिसकी कीमत ₹599 निर्धारित की गई है। इसे आईएसबीएन संख्या 978-81-964401-3-8 भी प्रदान की गई है। कार्यक्रम का संचालन उपनिदेशक, उच्च शिक्षा, डॉ. ममता नैथानी ड्यूडी ने किया।

इस अवसर पर प्रो. दुर्गेश पंत, डॉ. देवेंद्र भसीन, डॉ. जयपाल, श्री आदित्य कोठारी, श्री व्योमकेश दुबे, प्रो. ए. एस. उनियाल, श्री प्रमोद दोबलियाल, प्रो. एम. एस. एम. रावत, प्रो. के. डी. पुरोहित, प्रो. गौरव वार्ष्णेय, प्रो. प्रशान्त सिंह सहित अनेक शिक्षाविद, प्रशासक, शोधकर्ता और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

समारोह के अंत में सभी अतिथियों ने तीनों लेखकों को उनके बहुपरतीय और समसामयिक लेखन के लिए बधाई दी और आशा जताई कि यह पुस्तक छात्र कल्याण की दिशा में नई ऊर्जा और सोच को जन्म देगी।

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