अज्ञात पुरुष का समाजसेवियों ने किया अंतिम संस्कार, अब तक कर चुके हैं 208 लावारिस शवों का दाह संस्कार
रानीबाग (हल्द्वानी), 30 जुलाई।
रानीबाग स्थित इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में बुधवार को समाजसेवियों ने एक अज्ञात लावारिस पुरुष का विधिपूर्वक अंतिम संस्कार किया। मृतक की उम्र लगभग 40 वर्ष आंकी गई है, जिसकी पहचान न हो पाने के कारण शव को राजकीय मेडिकल कॉलेज सुशीला तिवारी के मोर्चरी हाउस में तीन दिनों तक सुरक्षित रखा गया था।

यह सेवा कार्य समाजसेवी हेमंत गोनिया, अमित रस्तोगी, संतोष ब्लूटिया व वंश गोनिया के सहयोग से संपन्न हुआ। समाजसेवियों के अनुसार, वे अब तक 208 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं।
हेमंत गोनिया ने बताया कि यह सेवा बिना किसी सरकारी सहायता या एनजीओ के, केवल समाजसेवी भावना के आधार पर की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पैसों की नहीं, बल्कि दाह संस्कार के सामान, लकड़ी और एंबुलेंस किराए के लिए सहयोग की आवश्यकता होती है।

इस दौरान कालाढूंगी क्षेत्र के भाखड़ा पुल के नीचे मिली एक अज्ञात महिला के शव का पोस्टमार्टम भी किया गया। प्रारंभ में उसका अंतिम संस्कार भी समाजसेवियों द्वारा किया जाना था, परंतु बाद में मुस्लिम समुदाय के परिजनों द्वारा शव की पहचान कर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया स्वयं पूरी की गई। इस संबंध में मुखानी थाना अध्यक्ष दिनेश जी से संवाद स्थापित कर समन्वय किया गया।
समाजसेवियों ने अपील की है कि ऐसे मानव सेवा के कार्यों में समाज के सभी वर्ग आगे आएं ताकि हर अज्ञात शव को सम्मानपूर्वक विदाई दी जा सके। संपर्क हेतु मोबाइल नंबर: 9897213226 सार्वजनिक किया गया है।