

ईजा-बैणी महोत्सव में टेंट और मंच पर लाखों का खर्च, आरटीआई से हुआ खुलासा
हल्द्वानी। एम.बी. इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित ईजा-बैणी महोत्सव 2023 के दौरान मुख्यमंत्री की सभा और प्रबंधनों में ₹68.75 लाख से अधिक का सरकारी धन खर्च हुआ। यह खुलासा एक सूचना का अधिकार (RTI) आवेदन के तहत हुआ है।
यह आरटीआई सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत सिंह गौनिया ने दायर की थी, जिसमें टेंट, मंच, सजावट, होर्डिंग, प्रचार-प्रसार, भोजन और परिवहन पर हुए खर्च का विवरण मांगा गया था।
लोक निर्माण विभाग, निर्माण खंड हल्द्वानी की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार,
- अनुमानित लागत: ₹63,44,623.68 (जीएसटी अतिरिक्त)
- निविदा लागत: ₹60,52,080.00 (जीएसटी अतिरिक्त)
- भुगतान: स्वास्तिक क्रिएशन, नई दिल्ली को ₹11,02,729 का चेक 28 अक्टूबर 2024 को जारी किया गया।
खर्च का विस्तृत विवरण
- मंच एवं संरचनाएं: मुख्य मंच, सीढ़ियां, रैंप, एलईडी राइजर, बैकड्रॉप फ्लेक्स।
- साउंड और लाइटिंग: आरसीएफ/जेबीएल लाइनरी सीरीज पीए सिस्टम, डिजिटल मिक्सर, शार्पी बीम, एलईडी पारकैन।
- दृश्य-फोटोग्राफी: आउटडोर एलईडी वॉल, ड्रोन और एचडी वीडियो कैमरे।
- अन्य व्यवस्थाएं: टेंट, बैरिकेडिंग, पोर्टेबल वॉशरूम, प्लास्टिक कुर्सियां, गाड़ियां, सुरक्षा और सफाई कर्मी।
विभागीय दस्तावेजों के अनुसार, अनुबंध की छायाप्रति और भुगतान प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराए गए हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि विभाग ने साफ किया कि सड़क निर्माण, रंग-रोगन या गमले लगाने जैसे कार्य इस आयोजन के अंतर्गत नहीं किए गए।
जनता पर सवाल
ऐसे आयोजनों में करोड़ों का सरकारी धन खर्च होता है। सवाल यह है कि –
- क्या जनता के टैक्स से जुटाई गई यह बड़ी राशि सिर्फ टेंट, कुर्सियों और सजावट पर खर्च होना उचित है?
- क्या यह पैसा शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी कामों पर नहीं लगाया जाना चाहिए था?
- क्या जनता पर ऐसे कार्यक्रमों का बोझ डालना सही है?
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