फर्जी बैंक गारंटी जमा करने में सितारगंज की एक शराब की दुकान भी शामिल। आबकारी विभाग की जांच में खोली पोल कार्रवाई में जुटा विभाग
■ नारायण सिंह रावत
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सितारगंज। शराब की दुकान का ठेका लेने के लिए फर्जी बैंक गारंटी जमा करने वालों में सितारगंज की भी एक दुकान शामिल है। यहां पर भी एक दुकानदार ने ठेका लेने के लिए रामपुर की मसवासी के बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा से फर्जी बैंक गारंटी के दस्तावेज जमा कराए हैं।
मामले की जब जांच शुरू हुई है तो खलबली मची है। उधम सिंह नगर में दूसरे चरण में सरकारी देसी और अंग्रेजी शराब की 20 दुकानों का ठेका हुआ था। इसमें जिले के 12 दुकानदारों मैं फर्जी बैंक गारंटी जमा कर दी। 12 दुकानदारों की ओर से जमा कराई गई बैंक गारंटी रामपुर जिले की मसवासी बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा से जुड़ी थी। दुकानों के ठेके में एक ही बैंक से गारंटी पत्र जमा करने पर विभाग ने जांच शुरू की। इस पर बैंक से आबकारी विभाग ने संपर्क किया तो पता चला कि वहां से कोई गारंटी पत्र नहीं जारी किया गया है। बताया जाता है कि जिन 12 दुकानों के बैंक गारंटी में फर्जीवाड़ा किया गया है उनमें एक सितारगंज की दुकान भी शामिल है। यहां भी दुकान का ठेका लेने वाले मलिक ने फर्जी बैंक गारंटी पत्र जमा कराया है । इसके बाद खलबली मची हुई है।
संयुक्त आयुक्त आबकारी केके कांडपाल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। जिन दुकानदारों की ओर से फर्जी बैंक गारंटी जमा कराई गई है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।