वन, नजूल व पट्टे की भूमि पर दशकों से बसे लोगों को मालिकाना हक दिया जाय
- 14 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियनों के प्रदर्शन में शामिल होगा माले और किसान महासभा
लालकुआं, 10 मार्च 2024
भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं की बैठक पार्टी कार्यालय दीपक बोस भवन में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा माले ज़िला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, “रोजगार, शिक्षा,स्वास्थ्य सहित सभी मोर्चे पर भाजपा की डबल इंजन सरकार पूरी तरह विफल रही है। इसलिए जनता का ध्यान बांटने के लिए भाजपा सरकार द्वारा बागजाला गौलापार, पुछड़ी रामनगर, बनभूलपुरा समेत राज्य के तमाम हिस्सों में अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर वन भूमि, नजूल, पट्टे की भूमि पर बसे गरीबों को उजाड़ने की मुहिम चलाई जा रही है। जबकि होना तो यह चाहिए कि पूरे राज्य में दशकों से वन भूमि, नजूल, पट्टे की भूमि पर बसी लाखों की आबादी को जो जहां है उसे वहां का मालिकाना अधिकार दिया जाय।”
अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद नेगी ने कहा कि, “किसान मजदूर विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के बाद पूरे देश से किसान और मजदूर दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 मार्च को विशाल रैली करेंगे। रैली के माध्यम से एमएसपी गारंटी कानून बनाने, श्रम कोड वापस लेने और श्रम कानून बहाल करने, स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें लागू करने, खाली पदों पर भर्ती, मंहगाई पर रोक लगाने, सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण बंद करने समेत अन्य मांगों को लेकर मोदी सरकार से जवाब मांगा जाएगा। मोदी सरकार मांगें नहीं मानती तो आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मजदूर किसान जुटेंगे।”
तय किया गया कि, 14 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियनों के संयुक्त प्रदर्शन में शामिल होने माले और किसान महासभा के कार्यकर्ता रामलीला मैदान दिल्ली जाएंगे।
बैठक में माले ज़िला सचिव डा कैलाश पाण्डेय, अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आंनद नेगी, विमला रौथाण, नैन सिंह कोरंगा, निर्मला शाही, जोगेंद्र लाल, धीरज कुमार, मनोज आर्य, धन सिंह, कमल जोशी, वीर भद्र भंडारी, आनंद दानू आदि शामिल रहे।