

उत्तराखंड के तीन नायकों को ‘तरुण आश्रम’ में सम्मान, हल्दूचौड़ के पीयूष जोशी को मिला विशेष गौरव
हल्दूचौड़/भीकमपुरा (अलवर)।
राजस्थान के अलवर जिले के भीकमपुरा स्थित तरुण भारत संघ के ‘तरुण आश्रम’ में शुक्रवार को संस्था की स्वर्ण जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जल संरक्षण के क्षेत्र में विश्वविख्यात ‘जलपुरुष’ डॉ. राजेन्द्र सिंह इस आयोजन के मुख्य अतिथि रहे। इस विशेष अवसर पर उत्तराखंड के तीन सामाजिक नायकों—भोपाल सिंह चौधरी, पीयूष जोशी और जसपाल सिंह चौहान—को उनके प्रेरणादायक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
पीयूष जोशी (हल्दूचौड़, लालकुआं)
माधवी फाउंडेशन के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी को उनके बहुआयामी सामाजिक योगदानों के लिए सम्मानित किया गया। हल्दूचौड़ क्षेत्र निवासी पीयूष ने आवारा पशुओं से ग्रामीणों और किसानों को हो रही क्षति के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन का नेतृत्व किया। दर्जनों गांवों में जनजागरण कर उन्होंने तहसील घेराव किया और 12 सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी को सौंपा, जिससे प्रशासन सक्रिय हुआ।
साथ ही ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के छात्र दीपांशु की संदिग्ध मृत्यु की न्यायिक जांच की मांग को लेकर भी वे मैदान में उतरे और एसएसपी कार्यालय के सामने धरना दिया। कोविड काल में माधवी फाउंडेशन की अगुआई में पीयूष ने लगभग 10,000 परिवारों तक राशन, दवाइयाँ और आर्थिक मदद पहुंचाई। संस्था द्वारा आयोजित 50 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों और 1000 से अधिक निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशनों के अलावा, पशु चिकित्सा शिविरों, नशामुक्ति अभियान ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’, और अब निशुल्क यूपीएससी कोचिंग की तैयारी उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
सम्मान प्राप्ति के बाद पीयूष ने कहा, “यह सम्मान मेरी नहीं, उस पूरी टीम की जीत है जो हर परिस्थिति में मेरे साथ रही। जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाना और युवाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करना मेरा संकल्प है।”
भोपाल सिंह चौधरी (देहरादून)
प्रकृति पर्यावरण संस्थान के अध्यक्ष और किसान मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता भोपाल सिंह चौधरी को पर्यावरण संरक्षण एवं जल प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने उत्तराखंड में वृक्षारोपण, सोलर जलपंप स्थापना और ग्रामीण जल स्रोतों के पुनर्जीवन में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
उन्होंने कहा, “गांव-गांव जल और हरियाली का संदेश फैलाने वाले हर साथी को यह सम्मान समर्पित है। जब तक किसान जल संसाधनों से जुड़कर काम नहीं करेगा, उसकी समृद्धि संभव नहीं।”
जसपाल सिंह चौहान (देहरादून)
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के जिला अध्यक्ष जसपाल सिंह चौहान को युवाओं के स्वरोजगार और अधिकारों के लिए लड़ने हेतु सम्मानित किया गया। उन्होंने बेरोजगार युवाओं के लिए 50 से अधिक कौशल विकास कार्यशालाएं, काउंसलिंग कैंप और माइक्रो-फाइनेंस समूह स्थापित किए, जिससे सैकड़ों युवाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा मिली।
उन्होंने कहा, “हमारा संघर्ष केवल नौकरी तक सीमित नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने का प्रयास है। यह सम्मान हमारी ज़िम्मेदारी को और गहरा करता है।”
डॉ. राजेन्द्र सिंह का संदेश
समारोह में डॉ. राजेन्द्र सिंह ने कहा, “पिछले 50 वर्षों में तरुण आश्रम ने देश के ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण की चेतना जगाई है। आज जिन तीन उत्तराखंडी योद्धाओं को सम्मानित किया गया, उनके कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगे।” उन्होंने पर्यावरण और जल के प्रति जागरूक समाज को ही आत्मनिर्भर भारत की नींव बताया।
आगामी योजनाएं और संकल्प
समारोह के अंत में सभी उपस्थित जनों ने “प्रकृति बचाओ, पर्यावरण बचाओ” का संकल्प लिया। साथ ही तरुण भारत संघ के कार्यकर्ताओं ने अलवर, सिरोही और उदयपुर जिलों में जोहड़ निर्माण और वृक्षारोपण कार्यशालाओं की आगामी रूपरेखा प्रस्तुत की।
यह आयोजन न केवल तरुण भारत संघ के स्वर्णिम इतिहास को रेखांकित करता है, बल्कि उत्तराखंड और राजस्थान जैसे राज्यों से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना कि जब समर्पण और संगठन साथ चलते हैं, तो परिवर्तन संभव होता है।